UP Board Solutions for Class 4 Sanskrit Piyusham Chapter 15 सदाचारः
(सदाचार)
सदाचारः शब्दार्थाः
रात्रौ = रात में
शयनीयम् = सोना चाहिए
खलु = अवश्य
त्यजनीयम् = त्यागना चाहिए
करणीयम् = करना चाहिए ।
रात्रौ ………………………………………… भद्रं करणीयम्।
अर्थ – रात में शीघ्र सोना चाहिए। सुबह जल्दी उठना चाहिए। कड़वी बोली नहीं बोलनी चाहिए। कड़वी बोली त्याग देनी चाहिए। अच्छे-अच्छे कार्य करने चाहिए।
मातृवन्दनं…………………………………………….करणीयम्।
अर्थ – माता की वन्दना करनी चाहिए। पिता की वन्दना करनी चाहिए। गुरु की वन्दना करनी चाहिए। अतिथि की वन्दना करनी चाहिए।
सदाचारः अभ्यासः
मौखिक:
प्रश्न १.
उपर्युक्त कविता का सस्वर पाठ करें।
नोट – विद्यार्थी स्वयं सस्वर पाठ करें।
लिखितः
प्रश्न १.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (पूर्ति करके)
उत्तर:
(क) अप्रियवचनं त्यजनीम् ।
(ख) रात्रौ शीघ्रं शयनीयम् ।