UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 12 सरदार वल्लभभाई पटेल
सरदार वल्लभभाई पटेल शब्दार्थ
देशभक्त = देश के प्रति प्रेम तथा भक्ति का भाव रखनेवाला
लौहपुरुष = वल्लभभाई पटेल को उनके साहस एवं मन की दृढ़ता के लिए लोगों द्वारा दी गई उपाधि
बेगार-प्रथा = एक सामाजिक बुराई, जिसमें बिना पारिश्रमिक दिए लोगों के श्रम का शोषण किया जाता था
अपव्यय = फिजूलखर्ची
जुर्माना = दण्ड
नासूर = वह घाव, जो जल्दी भरता नहीं
गैर कानूनी = नियम विरुद्ध
जायदाद = संपत्ति
जनसेवा = जनता की सेवा
सत्याग्रह = सत्य के प्रति आग्रह
निरन्तर = लगातार।
सरदार वल्लभभाई पटेल पाठ का सारांश
वल्लभभाई पटेल का जन्म ३१ अक्टूबर, १८७५ को गुजरात के पेटलाद तालुके के करमसद गाँव में हुआ। उनके पिता झबेर भाई पटेल एक किसान थे। उनकी माता का नाम लाड़बाई था। विद्यार्थी जीवन मे ही वल्लभभाई स्वाभिमानी थे। वे गलत को नहीं मानते थे। वे जीवन भर साहसी रहे।
विदेश से उन्होंने वकालत पास की। इस परीक्षा में वे प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए और उन्हें पचास पाउण्ड का पुरस्कार भी मिला। भारत आकर उन्होंने अहमदाबाद में वकालत शुरू कर दी और शीघ्र ही प्रसिद्ध हो गए। गांधी जी के सम्पर्क में आकर और वकालत छोड़कर वे देश की सेवा में जुट गए। उनके प्रयासों के फलस्वरूप गुजरात की गैर कानूनी बेगार-प्रथा बन्द हो गई। उन्होंने नागपुर के झण्डा सत्याग्रह का नेतृत्व भी किया। इस सत्याग्रह के बाद वे सारे भारत में प्रसिद्ध हो गए।
अंग्रेज सरकार ने गुजरात के बोरसद नामक ताल्लुके पर दो लाख से ज्यादा का कर लगा दिया। वल्लभभाई ने लोगों को कर न देने के लिए संगठित किया। मजबूरन सरकार ने यह आदेश वापस ले लिया।
सन १९२७ का बारदोली सत्याग्रह शुरू हुआ। वल्लभभाई ने इसका नेतृत्व किया। लोगों की जायदादें जब्त की गईं परन्तु खजाने में कौड़ी भी न पहुँची। जब्त सामान को उठाने वाले न मजदूर थे और न नीलामी के लिए बोली लगाने वाले। अंत में सरकार को झुकना पड़ा। सत्याग्रह सफल रहा और इसी कारण गांधी जी ने पटेल को ‘सरदार’ की उपाधि दी। सन् १९२९ में लाहौर में पूर्ण स्वराज्य की माँग की गई। अंग्रेज़ सरकार ने इसे नहीं माना। गांधी जी ने फिर से सत्याग्रह का नारा दिया। १२ मार्च को प्रसिद्ध डांडी यात्रा शुरू की। फिर ६ अप्रैल को नमक कानून तोड़कर नमक सत्याग्रह आरम्भ किया। सत्याग्रह में भाग लेने के लिए वल्लभभाई को तीन माह की कैद और पाँच सौ रुपये जुर्माना हुआ।
१९३९ में द्वितीय विश्वयुद्ध आरम्भ हुआ। इसमें अंग्रेज सरकार द्वारा भारत को शामिल करने के निर्णय का सर्वत्र विरोध हुआ। सरदार पटेल नवम्बर १९४० के व्यक्तिगत सत्याग्रह के दौरान गिरफ्तार हुए। अगस्त १९४२ में वे फिर गिरफ्तार हुए। १५ जून, १९४५ को अन्य नेताओं के साथ जेल से रिहा हुए।
१५ अगस्त, १९४७ को देश स्वतंत्र हुआ। सरदार पटेल भारत के उप प्रधानमंत्री बने। सरदार पटेल का चिरस्मरणीय कार्य था- देशी रियासतों का एकीकरण। सरदार पटेल ने रिसायतों की विकट समस्या को अपनी दृढ़ता और सूझबूझ से हल कर दिखाया। उन्होंने ६०० रियासतों को भारतीय संघ का अटूट अंग बना दिया। पटेल ने भारत के मानचित्र को नया स्वरूप प्रदान किया। इस महान कार्य के लिए उन्हें भारत का लौहपुरुष कहा जाता है।
सरदार पटेल कर्तव्यपालन और कठोर अनुशासन की साक्षात् मूर्ति थे। अपने पचहत्तरवें जन्म-दिवस पर उन्होंने राष्ट्र को संदेश दिया था- “उत्पादन बढ़ाओ, खर्च घटाओ और अपव्यय बिल्कुल न करो।” १५ दिसम्बर, १९५० को बंबई में उनका निधन हो गया।
सरदार वल्लभभाई पटेल अभ्यास प्रश्न
शब्दों का खेल
प्रश्न १.
नीचे दिए गए वाक्यों में प्रयुक्त क्रिया विशेषण शब्दों को छाँटकर लिखो(छाँटकर लिखकर)
उत्तर:
(क) निरन्तर
(ख) लगन से
(ग) तेजी से
प्रश्न २.
क्रिया विशेषण शब्दों का प्रयोग करते हुए वाक्यों को पूरा करो- (पूरा करके)
(क) लड़का जोर-जोर से बोल रहा था।
(ख) शेर की दहाड़ सुनकर गीदड़ थर-थर काँपने लगा।
प्रश्न ३.
वाक्यांश के लिए एक शब्द लिखो- (एक शब्द लिखकर)
(क) साहस से युक्त व्यक्ति – साहसी
(ख) लोहे की तरह मजबूत तन-मन वाला पुरुष – लौहपुरुष
(ग) वकालत करनेवाला – वकील
(घ) अनाप-शनाप व्यय करनेवाला – अपव्ययी
(ङ) जरूरी कार्यों के लिए व्यय करनेवाला – मितव्ययी
बोध प्रश्न
प्रश्न १.
उत्तर दो
(क) वल्लभभाई पटेल का जन्म कहाँ हुआ था?
उत्तर:
वल्लभभाई पटेल का जन्म गुजरात के करमसद गाँव में हुआ था।
(ख) वल्लभभाई पटेल के बचपन की उस घटना का वर्णन करो, जिससे लोगों को आभास हो गया था कि यह बालक आगे चलकर बहुत साहसी होगा।
उत्तर:
वल्लभभाई पटेल की आँख के निकट फोड़ा निकल आया। लोहे की सलाख फोड़ा के लिए गर्म की गई। किसी की हिम्मत सलाख से फोड़ा फोड़ने की नहीं हुई। स्वयं वल्लभभाई ने लोहे की सलाख लेकर फोड़े में धंसा दी।
(ग) वल्लभभाई पटेल ने विदेश में वकालत की शिक्षा किस प्रकार प्राप्त की?
उत्तर:
वल्लभभाई ने विदेश में परिश्रम से अध्यनरत रहकर वकालत की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की और पचास पौंड का इनाम पाया।
(घ) बारदोली का सत्याग्रह आन्दोलन क्यों हुआ?
उत्तर:
अंग्रेज सरकार द्वारा लगान की दर बढ़ाने के विरोध में बारदोली. सत्याग्रह हुआ।
(ङ) बारदोली के सत्याग्रह आन्दोलन में सरकार क्यों झुकी?
उत्तर:
बारदोली के सत्याग्रह आन्दोलन में सरकार के खजाने में कौड़ी भी न गई। जब्त किए हुए सामान को उठाने को न मजदूर मिले और न नीलामी में बोली लगानेवाले। अंततः सरकार झुक गई।
(च) वल्लभभाई पटेल की देश को सबसे बड़ी देन क्या है?
उत्तर:
वल्लभभाई पटेल की देश को सबसे महत्त्वपूर्ण देन छह सौ देशी रियासतों का भारतीय संघ में एकीकरण किया जाना है।
प्रश्न २.
पटेल जी के उस कथन को लिखो
(क) जिसे उन्होंने मुंबई की सभा में कहा था।
उत्तर:
मुंबई की एक सभा में सरदार पटेल ने कहा था- अंग्रेज भारत को जितनी जल्दी आजाद कर दें, उतना ही अच्छा। यदि देर की गई, तो यह उन्हीं के लिए खराब बात होगी।
(ख) जिसे उन्होंने अपने पचहत्तरवें जन्मदिवस पर कहा था।
उत्तर:
अपने पचहत्तरवें जन्मदिवस पर सरदार पटेल ने कहा था- “उत्पादन बढ़ाओ, खर्च घटाओ और अपव्यय बिलकुल न करो।”
प्रश्न ३.
(क) इस पाठ को कितने अनुच्छेदों में लिखा गया है?
उत्तर:
इस पाठ को अट्ठारह अनुच्छेदों में लिखा गया है।
(ख) प्रत्येक अनुच्छेद की मुख्य बात एक-एक वाक्य में लिखो।
उत्तर:
प्रत्येक अनुच्छेद की मुख्य बात
(१) मुंबई की सभा में सिंह गर्जना, अंग्रेजों को भारत से शीघ्र जाना चाहिए।
(२) सरदार पटेल की जन्म-तिथि और जन्मस्थान।
(३) सरदार पटेल विद्यार्थी जीवन से ही स्वाभिमानी थे।
(४) बचपन में फोड़े से संबंधित घटना।
(५) बाईस वर्ष की उम्र में मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की।
(६) विदेश में वकालत की परीक्षा पास की।
(७) अहमदाबाद में वकालत शुरू की, उसे छोड़ देश सेवा में लगे।
(८) बेगार-प्रथा बन्द कराई, नागपुर झण्डा सत्याग्रह का नेतृत्व।
(९) बोरसद ताल्लुके पर दो लाख से ज्यादा लगाया कर संबंधी आदेश वापस कराया।
(१०) १६२७ का बारदोली सत्याग्रह।
(११) सत्याग्रह की सफलता, सरदार की उपाधि।
(१२) १६२६ पूर्ण स्वराज की माँग-डाँडी यात्रा, नमक सत्याग्रह में भागेदारी- तीन माह की कैद, पाँच सौ रुपए का जुर्माना।
(१३) स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए वार्ता में भागेदारी।
(१४) स्वाधीन भारत के उप-प्रधानमंत्री।
(१५) कई बड़ी समस्याओं का हल।
(१६) छह सौ रियासतों का एकीकरण।
(१७) २५ दिसंबर, १६५० को निधन।
(१८) कर्तव्यपालन और कठोर अनुशासन की साक्षात्मूर्ति- सरदार पटेल।
प्रश्न ४.
सोचो और बताओ
(क) बेगार-प्रथा क्यों बुरी है?
उत्तर:
बेगार-प्रथा से कार्य करनेवाले को कुछ नहीं मिलता। दूसरे, जो कुछ नहीं करते, उन्हें लाभ होता है; अतः यह कर्मशील व्यक्ति को नुकसान पहुँचानेवाली प्रथा है।
(ख) नमक कानून क्यों तोड़ा गया?
उत्तर:
देशवासियों को नमक जैसी जरूरी और सस्ती वस्तु के लिए बहुत अधिक मूल्य देना पड़ता था।
(ग) महात्मा गांधी ने वल्लभभाई को सरदार की उपाधि क्यों दी?
उत्तर:
वल्लभभाई के नेतृत्व में बारदोली सत्याग्रह की सफलता के कारण, उन्हें सरदार की उपाधि दी।
प्रश्न ५.
नीचे लिखे शब्दों का अपने वाक्यों में प्रयोग करो
सत्याग्रह – १९३० ई० गांधी जी ने नमक सत्याग्रह आरंभ कर दिया।
आन्दोलन – स्वदेशी आन्दोलन ने सरकार की जड़ें हिला दीं।
देशी रियासतें – पटेल ने देशी रियासतों को भारतीय संघ में मिला दिया।
सूझबूझ – वल्लभभाई ने रियासतों के एकीकरण में सूझबूझ से काम लिया।
परिश्रम – सरदार पटेल कठिन परिश्रम और कठोर अनुशासन की मूर्ति थे।
सेनानी – स्वतंत्रता सेनानियों को जनता सम्मानित करती है।
सफलता – साहस, धैर्य और कठोर परिश्रम सफलता की कुंजी है।
प्रश्न ६.
नीचे लिखे अशुद्ध शब्दों की वर्तनी ठीक करो
अनुसाशन – अनुशासन
सत्यागृह – सत्याग्रह
रगंना – रंगना
सवतंत्रता – स्वतंत्रता
स्वारज – स्वराज
अंतराष्ट्रीय – अन्तर्राष्ट्रीय
सिंगार – शृंगार
प्रश्न ७.
नीचे दिए गए कथनों को शुद्ध करके लिखो
(क) उनकी स्वास्थ्य रहता था ठीक नहीं।
उत्तर:
उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता था।
(ख) सरदार पटेल स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता थे।
उत्तर:
सरदार पटेल स्वतन्त्रता संग्राम के महान सेनानी थे।
(ग) गृहमंत्री के रूप में उन्होंने अपने को एक कुशल प्रशासक भी सिद्ध कर दिया।
उत्तर:
गृहमंत्री के रूप में उन्होंने स्वयं को एक कुशल प्रशासक भी सिद्ध कर दिया।
(घ) वल्लभभाई के प्रयास से गैरकानूनी बेगार प्रथा चल पड़ी।.
उत्तर:
वल्लभभाई के प्रयास से गैरकानूनी बेगार-प्रथा बन्द हो गई।
प्रश्न ८.
पाठ से ऐसे पाँच वाक्य छाँटकर लिखो, जिनकी शुरुआत सर्वनाम शब्दों से हुई है। जैसे-वह अपना सारा समय अध्ययन में ही लगाते थे।
उत्तर:
(१) उन्होंने सादा जीवन व्यतीत किया।
(२) वे नित्य-प्रति सवेरे उठते थे।
(३) वह अहमदाबाद में वकालत करने लगे।
(४) उन्होंने वकालत छोड़कर देशसेवा आरंभ कर दी।
(५) उन्होंने गाँववालों को संगठित किया।
प्रश्न ९.
नीचे दिए गए दो-दो वाक्यों को मिलाकर एक वाक्य बनाओ- (वाक्य बनाकर)-
उत्तर:
(क) उनकी आँख के पास एक फोड़ा निकल आया, जो बढ़ता ही जा रहा था।
(ख) इस भय से कि कहीं आँख में न लग जाए, गर्म सलाख को फोड़े में फँसाने का किसी को साहस नहीं होता था।
(ग) अपने सामने आई अनेक समस्याओं पर सरदार पटेल ने बहुत सूझबूझ से काबू पा लिया।
तुम्हारी कलम से
प्रश्न
सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन से हमें क्या शिक्षा मिलती है? संक्षेप में लिखो!
उत्तर:
सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन से साहसी, दृढ़प्रतिज्ञ, कर्तव्यपरायण, सत्यनिष्ठ आदि बनने की शिक्षा मिलती है।
अब करने की बारी
(क) देश की आजादी तथा नवनिर्माण में हाथ बँटानेवाले महापुरुषों के कम-से-कम दस नाम लिखो!
उत्तर:
देश की आजादी तथा नवनिर्माण में हाथ बँटानेवाले महापुरुषों के नाम- लाल बहादुर शास्त्री, सरदार वल्लभभाई पटेल, विनोबा भावे, चक्रवर्ती राजगोपालचारी, जवाहरलाल नेहरू, जाकिर हुसैन आदि।
नोट -उपप्रश्न (ख) और (ग) विद्यार्थी स्वयं करें।