UP Board Solutions for Class 4 Hindi Kalrav Chapter 18 मोहम्मद साहब
मोहम्मद साहब शब्दार्थ
सूदखोरी = ब्याज लेने का काम
धरोहर = अमानत में रखी वस्तु
समृद्धि = खुशहाली
हिजरत = मोहम्मद साहब की मक्का से मदीने की यात्रा
जन्नत = स्वर्ग
उपासना = पूजा
हज = मुसलमानों का एक धार्मिक कार्य, जो मक्का जाकर पूरा करते हैं
मक्का = मदीना की यात्रा
प्रलोभन = लालच
रोजी = कमाई, जीविका
ईश-वाणी = ईश्वर की वाणी।
मोहम्मद साहब पाठ का सारांश
मोहम्मद साहब का जन्म मक्का में हुआ था। बचपन में ही माता-पिता का निधन होने से इनका पोषण दाई हलीमा ने किया। मोहम्मद साहब नेक और शांत स्वभाव के थे। बड़े होने पर अपनी लगन, मेहनत और ईमानदारी के कारण उन्होंने व्यापार में चाचा के साथ मिलकर नाम कमाया।
उन्होंने अरब निवासियों में फैले-अंधविश्वास, जुआ खेलना, मदिरापान, सूदखोरी, झगड़ने की प्रवृत्ति आदि को दूर करने की कोशिश की। वे समाज को समृद्धि और सहयोग के रास्ते पर बढ़ाना चाहते थे।
उन्होंने लोगों को बताया कि ईश्वर एक है। उसने सबको समान बनाया है, कोई ऊँचा-नीचा नहीं है। उन्होंने बताया कि मनुष्य को मेहनत करनी चाहिए। आमदनी का एक भाग दूसरे के कल्याण में लगाना चाहिए। उनके बताए मार्ग पर चलने वाले मुसलमान कहलाते हैं, जो इस्लाम धर्म मानते हैं।
आरंभ में लोग मोहम्मद साहब का विरोध करते थे और उन्हें कष्ट देते थे।
मक्का वालों के अधिक विरोध के कारण वे मदीना चले गए। वे अपने मित्र अबूबक्र के साथ पहले शहर के बाहर गुफा में रुके। मक्का के लोगों के हमले से अबूबक्र घबराए। मोहम्मद साहब ने समझाया कि खुदा मदद करेगा। मकड़ी ने गुफा के मुँह पर जाला बना दिया। जाले को देखकर मक्कावालों ने समझा कि गुफा में कोई नहीं है। वे चले गए। तीन दिन बाद मोहम्मद साहब ऊँटनी पर चढ़कर मदीना चले गए। यहीं से हिजरी सन् शुरू होता है। मोहम्मद साहब की ऊँटनी दो अनाथ बच्चों के मैदान में रुकी। उन्होंने यह जमीन खरीदकर पहली मस्जिद बनाई। धीरे-धीरे उनके समर्थकों की संख्या अधिक हो गई। उनका यश फैल गया। मक्का वालों ने मोहम्मद साहब से क्षमा माँग ली। मोहम्मद साहब उनसे खुश हुए, लेकिन वे संकट में साथ देने वाले मदीना के लोगों के साथ रहने के लिए मदीना लौट गए। उन्होंने हर वर्ष हज करने मक्का आने का वचन दिया। जब उनका देहांत हुआ; तब उनकी कब्र मस्जिद के पास उस कमरे में बनाई गई; जिसमें वे रहते थे।
मोहम्मद साहब के संदेश पवित्र धर्म ग्रंथ ‘कुरान’ में संकलित हैं।
मोहम्मद साहब अभ्यास प्रश्न
शब्दों का खेल
प्रश्न १.
‘देह’ और ‘अंत’ मिलाकर शब्द बनाता है- देह + अंत = देहांत। इसी प्रकार नीचे दिए गए शब्दों को मिलाकर नया शब्द बनाओ (नए शब्द बनाकर)
सुख + अंत = सुखांत
दुख + अंत = दुखांत
प्राण + अंत = प्राणांत
दिन + अंत = दिनांत
प्रश्न २.
‘पालन-पोषण’ में दो शब्दों का योग है। इस तरह दो शब्दों के मेल से बने शब्दों को युग्म शब्द कहते हैं। पाठ में आगे ऐसे युग्म शब्दों को ढूँढ़कर लिखो।
उत्तर:
दूर-दूर, आस-पास, बहुत-सी, जादू-टोने, छोटी-छोटी, लड़ते-झगड़ते, तरह-तरह।
प्रश्न ३.
‘साधारण’ शब्द का विलोम बनाने के लिए उसके पहले ‘अ’ जोड़ देते हैं और शब्द बन जाता है- असाधारण। इसी प्रकार नीचे लिखे शब्दों से पूर्व ‘अ’ लगाकर उनके विलोम शब्द बनाओ (विलोम शब्द बनाकर)
सहयोग – असहयोग
धर्म – अधर्म
निश्चय – अनिश्चय
शांत – अशांत
प्रश्न ४.
नीचे कुछ मुहावरे और उनके अर्थ दिए गए हैं। इन मुहावरों का अपने वाक्यों में प्रयोग करो
(क) अकड़ दिखाना – घमंड करना-अकड़ दिखाना अच्छा नहीं होता।
(ख) प्राणों का प्यासा होना – मार डालने पर उतारू होना-बनवीर उदय सिंह के प्राणों का प्यासा था।
(ग) बुरा – भला कहना – बुराई करना-मक्का वालों ने मोहम्मद साहब को बुरा-भला कहा।
(घ) अपनी बात पर जमें रहना – दृढ़ होना-विरोध होते हुए भी मोहम्मद साहब अपनी बात पर अड़े रहे।
प्रश्न ५.
रिक्त स्थानों पर सही शब्द चुनकर वाक्य पूरा कीजिए (वाक्य पूरा करके)
(क) मोहम्मद साहब समाज की बुराइयों को दूर करना चाहते थे। (बुराइयों/अच्छाइयों)
(ख) मनुष्य की वह रोजी सबसे पवित्र है, जो उसने हाथ से मेहनत करके कमाई है। (आलस्य/मेहनत)
(ग) मोहम्मद साहब के संदेश हदीश में संकलित हैं। (बाइबिल/हदीश)
(घ) कुरान एक पवित्र ग्रंथ है। (पवित्र/पुराना)
बोध प्रश्न
प्रश्न १.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो
(क) मोहम्मद साहब के जन्म के समय अरब में क्या-क्या बुराइयाँ फैली थीं?
उत्तर:
मोहम्मद साहब के जन्म के समय अरबवासी में बहुत-सी बुराइयाँ फैली थीं। वे अंध-विश्वासी, सूदखोर, जुआरी, शराबी, और झगड़ालू थे।
(ख) इस्लाम का क्या अर्थ है?
उत्तर:
इस्लाम का अर्थ है- ईश्वर के मार्ग में प्राण देने को प्रस्तुत होना।
(ग) हिजरत किसे कहते हैं?
उत्तर:
मोहम्मद साहब की मक्का से मदीना की यात्रा को हिजरत कहते हैं।
(घ) मोहम्मद साहब ने मानवता को क्या संदेश दिया?
उत्तर:
मोहम्मद साहब ने मानवता का एक ईश्वर को मानने का संदेश दिया। ईश्वर ने सबको समान बनाया है, ऊँचा-नीचा नहीं बनाया। उन्होंने बताया कि सबको मेहनत से नेक कमाई करनी चाहिए। लोगों के कल्याण के लिए उन्होंने लोगों को दान करने के लिए भी कहा। उनके अनुसार पड़ोसी को कष्ट देने वाला जन्नत नहीं पा सकता। सभी धर्मों का आदर और दूसरों की अमानत की रक्षा करनी चाहिए। मोहम्मद साहब के संदेश हदीश में संकलित हैं।
प्रश्न २.
वर्ग पहेली में कुछ महापुरुषों के नाम छपे हैं? तीर की दिशा में उन्हें खोजो और लिखो
उत्तर:
पाठ्यपुस्तक में दी गई सारणी के अनुसार महापुरुषों के नाम- ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती, शेख सलीम चिश्ती, विवेकानंद, ईसा मसीह, महात्मा गांधी, कबीर, मदनमोहन मालवीय, अबुल कलाम आजाद, गौतम बुद्ध, गुरु नानक।
प्रश्न ३.
नीचे लिखे शब्दों का शुद्ध उच्चारण करोउत्तर-विद्यार्थी उच्चारण स्वयं करें। तुम्हारी कलम से-पाँच बातें लिखो, जो मोहम्मद साहब ने मानवता की भलाई के लिए कहीं।
उत्तर:
मानवता की भलाई के लिए मोहम्मद साहब ने कहा-
(१) दूसरों की अमानत की रक्षा करनी चाहिए।
(२) सभी धर्मों का आदर करना चाहिए।
(३) सूदखोरी नहीं करनी चाहिए।
(४) बुरी आदत (शराब पीना, जुआ खेलना) नहीं पालनी चाहिए।
(५) आमदनी का एक भाग जनकल्याण में लगाना चाहिए।
अब करने की बारी
(क) गौतम बुद्ध, ईसा मसीह और गुरुनानक की जीवनियाँ अपने बड़ों से सुनो।
(ख) प्रथम अनुच्छेद को सुलेख में अपनी कॉपी में लिखो।
नोट – विद्यार्थी प्रश्न (क) एवं (ख) स्वयं करें।
कितना सीखा – ४
प्रश्न १.
नीचे लिखे प्रश्नों का उत्तर दो
(क) हौसला कहानी से क्या सीख मिलती है?
उत्तर:
हौसला कहानी से साहस, धैर्य, लगन, परिश्रम आदि के बल पर सफलता प्राप्ति की सीख मिलती है।
(ख) ओणम त्योहार किसका प्रतीक है?
उत्तर:
ओणम त्योहार आनंद और उल्लास का प्रतीक है।
(ग) ओणम मनाने के पीछे कौन-सी कथा जुड़ी है?
उत्तर:
ओणम के पीछे राजा महाबलि पाताल से ओणम महोत्सव पर केरल आने की कथा जुड़ी है।
(घ) ‘ग्राम श्री’ कविता में किस ऋतु की झलक मिलती है। उस ऋतु की पाँच विशेषताएँ बताओ।
उत्तर:
‘ग्राम श्री’ कविता में बसंत ऋतु की झलक मिलती है। इसकी पाँच विशेषताएँ निम्न है-
(१) खेतों में दूर तक हरियाली छाई रहती है।
(२) आम की डालियों पर बौर आ जाता है।
(३) मतवाली कोयल कूकती है।
(४) कटहल, जामुन, झरबेरी, आडू, नींबू, अनाज आदि में फूल आने लगते हैं।
(५) सब्जियों में आलू, बैंगन गोभी और मूली आदि की बहुतायत हो जाती है।
(ङ) मोहम्मद साहब ने लोगों को क्या शिक्षा दी?
उत्तर:
मोहम्मद साहब ने लोगों को एक ईश्वर को मानने और उसकी इबादत करने को कहा। इन्होंने सबको समान बताया, किसी को ऊँचा-नीचा नहीं। इन्होंने ईमानदारी व परिश्रम से कमाई रोजी को पवित्र बताया। लोगों को आय का एक भाग दान देने को कहा। जीवों, पड़ोसियों के प्रति दयालु रहने, अच्छे काम करने और नेकी के रास्ते पर चलने को कहा। उनके उपदेश पवित्र धर्म ग्रंथ (कुरान) में संकलित हैं।
(च) मक्का विजय के बाद मोहम्मद साहब ने मक्कावासियों से क्या कहा?
उत्तर:
मक्का विजय के बाद उन्होंने मक्कावासियों से नेकी के रास्ते पर चलने को कहा।
प्रश्न २.
पंक्तियों का भाव स्पष्ट करो- अब रजत ……………………….. मतवाली॥
भाव:
कवि प्रकृति का मनोहारी चित्रण कर रहा है। वह कहते हैं कि वसंत ऋतु आने पर चाँदी और सोने के रंग जैसे बौर से आम के पेड़ की डालियाँ लद गई हैं। ढाक और पीपल के पत्ते झर-झर कर रहे हैं और कोयल भी इस मौसम में मतवाली हो गई है।
प्रश्न ३.
नीचे लिखे वाक्यांशों के लिए एक-एक शब्द लिखो (एक शब्द लिखकर)
(क) जो उचित-अनुचित का विवेक रखता हो – व्यवहार कुशल
(ख) जो पढ़ा-लिखा हो।- शिक्षित
(ग) जो पढ़ा-लिखा न हो – अनपढ़, अशिक्षित
(घ) वाहनों को चलाने वाला – चालक
प्रश्न ४.
दोनों शब्दों को मिलाकर लिखो (शब्दों को मिलाकर)-
राजा का दरबार-राजदरबार
सेना का पति – सेनापति
वीरों की भूमि – वीरभूमि।
प्रश्न ५.
वाक्यों को उपयुक्त शब्दों का चयन कर पूरा करो (वाक्य पूरा करके)
(क) प्रतिभा ने बूढ़े मोची से पूछा- “चाचा, आपका घर कहाँ है?”
(ख) विकास ने रजिया से कहा – “मित्र, आज खेलने का मन कर रहा है।”
(ग) विपिन ने अपनी माँ की बहन को पुकारा, “मौसी, यहाँ आइए।”
(घ) सुधा ने अपनी शिक्षिका से कहा – “बहिन जी, मैंने काम पूरा कर लिया है।”
प्रश्न ६.
उचित विराम-चिह्नों का प्रयोग करो (विराम चिह्नों का प्रयोग करके)-
तरह-तरह के चहचहाते पक्षी आसमान में उड़ते हुए अठखेलियाँ करते हैं। रंग-बिरंगी तितलियाँ खिले-फूलों पर मँडराती दिखाई देती हैं।
प्रश्न ७.
नीचे लिखे वाक्यों को शुद्ध करो (वाक्य शुद्ध करके)
(क) मैदान में अनेकों बच्चे दौड़ रहे थे।
मैदान में अनेक बच्चे दौड़ रहे थे।
(ख) एक पेंसिल का मूल्य सिर्फ दो रुपए मात्र है।
एक पेंसिल का मूल्य सिर्फ दो रुपए है।
(ग) पेड़ों में पक्षी चहचहा रहे थे।
पेड़ों पर पक्षी चहचहा रहे थे।
(घ) मैं ठीक समय पर पहुँच गया था, तो वह नहीं मिला।
मैं ठीक समय पर पहुँच गया था, लेकिन वह नहीं मिला
(ङ) अभिषेक अथवा अमजद ने पत्र लिखे।
अभिषेक अथवा अमजद ने पत्र लिखा।
प्रश्न ८.
किसी त्योहार के बारे में १० पंक्तियाँ लिखो।
उत्तर:
दीपावली हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह पर्व कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इसमें धन की देवी लक्ष्मी जी एवं गणेश जी की पूजा की जाती है। इसे प्रकाश का त्योहार भी कहा जाता है। यह पाँच दिनों तक मनाया जाता है-धनतेरस, छोटी दीपावली, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भैया दूजा। यह त्योहार रावण का वध करके रामचंद्र जी के सीता तथा लक्ष्मण सहित अयोध्या आने की खुशी में मनाया जाता है। दीपावली के दिन मिठाई बाँटी जाती है। इस दिन पकवान और स्वादिष्ट व्यंजन बनाए तथा खाए जाते हैं। इस दिन आतिशबाजी भी की जाती है।
प्रश्न ९.
कोई एक कहानी सुनाओ जो तुमने अपने दादा-दादी अथवा नाना-नानी से सुनी हो।
नोट – विद्यार्थी स्वयं सुनाएँ।
अपने आप – ४
हमसे सब कहते
नहीं सूर्य …………………………………………. ले जाओ।
संदर्भ – यह पद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘कलरव’ के ‘हमसे सब कहते’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके रचयिता ‘निरंकार देव सेवक’ हैं।
अर्थ – कवि कहता है कि सूर्य से कोई भी यह नहीं कहता कि यहाँ धूप मत फैलाओ। चाँद से भी कोई नहीं कहता कि इस स्थान से अपनी चाँदनी हटाकर और कहीं ले जाओ।
कोई नहीं ………………………………………………. बरसाई?
अर्थ – हवा को भी कोई खबरदार नहीं करता, यह कहते हुए कि अंदर क्यों आ गई। बादलों से भी कोई यह नहीं कहता कि तुमने इस जगह पर वर्षा क्यों कर दी या पानी क्यों बरसा दिया।
फिर क्यों …………………………………………………. फैलाओ।
अर्थ – यदि इन सबको कोई नहीं रोकता, तो हम बच्चों को भैया क्यों कहते हैं कि यहाँ पर मत आओ, यहाँ से भाग जाओ। माता जी हमसे घर में खेल-खिलौने-फैला देने के लिए मना क्यों करती हैं?
पापा कहते ……………………………………………….. बताए।
अर्थ – पिता जी हमसे बाहर खेलने के लिए कहते हैं। वे हमें घर के अंदर के लिए खबरदार करते हैं। या न आने की चेतावनी देते हैं। सब हम बच्चों को ही काबू करने की बात करते हैं। कोई भी हमें डाँट-फटकार लगा देता है!