UP Board Class 5 Hindi प्रार्थना पत्र (पत्र – लेखन)
UP Board Class 5 Hindi प्रार्थना पत्र (पत्र – लेखन)
पत्र मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं-
१. व्यक्तिगत पत्र – अपने मित्रों अथवा संबंधियों को लिखे जाने वाले पत्र ‘व्यक्तिगत पत्र’ कहलाते हैं।
२. व्यापारिक पत्र – व्यापार से संबंधित कार्यों के लिए लिखे जाने वाले पत्र ‘व्यापारिक पत्र’ कहलाते हैं।
३. सरकारी पत्र – जो पत्र पदाधिकारियों को लिखे जाते हैं, उन्हें ‘सरकारी पत्र’ कहते हैं।
रुपये मँगाने के लिए पिता जी को पत्र
बुलन्दशहर
दिनांक : 23 जून, 20xx
आदरणीय पिता जी,
सादर चरण स्पर्श!
आपको जानकर अत्यंत प्रसन्नता होगी कि गीता और मैं दोनों ही अर्धवार्षिक परीक्षा में प्रथम आए हैं। आपकी आज्ञा अनुसार हम दोनों ही मन लगाकर पढ़ते हैं और कार्य में माता जी की सहायता भी करते हैं। आप शीघ्र ही पाँच सौ (500) रुपये भेजने की कृपा करें, ताकि हम दोनों अपने लिए नई पुस्तकें खरीद सकें। शेष कुशल है।
आपका आज्ञाकारी पुत्र
गौरव
फीस माफी के लिए प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान प्रधानाध्यापक महोदय,
प्राथमिक विद्यालय, अलीगढ़।
श्रीमान जी,
सादर प्रार्थना है कि मैं कक्षा-5 में पढ़ रहा हूँ। मेरे पिता जी बहुत निर्धन व्यक्ति हैं तथा हमारे परिवार में पाँच सदस्य हैं। उन सबका बोझ पिता जी पर ही है। आर्थिक परिस्थितिवश वे मेरी पढ़ाई का खर्च नहीं दे सकते। इससे पूर्व मैं हर परीक्षा में प्रथम रहा हूँ; इसीलिए आपसे प्रार्थना है कि मेरी फीस माफ करने का कष्ट करें! आपकी अति कृपा होगी!
आपका शिष्य
विशाल कक्षा-5
दिनांकः 4 जुलाई, 20xx
प्रधानाध्यापिका को बीमारी के कारण छुट्टी के लिए प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
प्रधानाध्यापिका महोदया,
प्राथमिक विद्यालय,
लखनऊ
आदरणीया,
निवेदन है कि मुझे कल रात से तेज बुखार है; अतः मैं विद्यालय में उपस्थित होने में असमर्थ हूँ। कृपया, आप मुझे आज से दो दिन का अवकाश प्रदान करें! आपकी अति कृपा होगी!
आपकी शिष्या
कु० दीपा
कक्षा-5
दिनांकः 15 जुलाई, 20xx
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!