UP Board Solutions for Class 2 Hindi Kalrav Chapter 19 हमारे राष्ट्रीय प्रतीक
हमारे राष्ट्रीय प्रतीक शब्दार्थ
राष्ट्रगान = राष्ट्र के सम्मान का प्रतीक गान (गीत)
जन-गण-मन = मनुष्यों के समूहों के मन
अधिनायक = स्वामी
भाग्यविधाता = भाग्य बनाने वाले
सिंध = सिंध प्रदेश
मराठा = महाराष्ट्र
द्राविड़ = तमिलनाडु
उत्कल = ओडिशा
बंग = बंगाल
विंध्य = विंध्याचल पर्वत
हिमाचल = हिमालय पर्वत
उच्छल = उछलता हुआ
जलधितरंग = समुद्र की लहर
तव = तुम्हारा
शुभ नामे जागे = शुभ नाम जपते हैं
आशिष माँगे = आशीर्वाद माँगते हैं
गाहे = गाते हैं
जयगाथा = विजय की गाथा
मंगलदायक = कल्याण करने वाले
जन-गण-मन …………………………..……………. जय हे॥
अर्थ – हे भारत के भाग्य विधाता और मनुष्यों के समूहों का स्वामी तिरंगा झण्डा! तेरी जय हो! पंजाब, सिंध, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, ओडिशा, बंगाल आदि प्रदेश, विंध्याचल और हिमालय पर्वत, यमुना, गंगा आदि नदियाँ और उछलती हुई लहरों वाले समुद्र आदि तेरा शुभ नाम जपते हुए तुझसे आशीर्वाद माँगते हैं तथा तेरी विजय की गाथा गा रहे हैं। मनुष्यों का कल्याण करने वाला और भारत का भाग्य विधाता हे तिरंगा झण्डा! तेरी जय हो! जय हो! जय-जय-जय-जय हो!
हमारे राष्ट्रीय प्रतीक अभ्यास
प्रश्न १.
देखो, बताओ और अपनी कॉपी में लिखो
(क) हमारे झण्डे को तिरंगा क्यों कहते हैं?
उत्तर:
हमारे झण्डे में केसरिया, सफेद और हरा तीन रंग हैं इसलिए इसे तिरंगा कहते हैं।
(ख) हमारा राष्ट्रगान किसने लिखा है?
उत्तर:
हमारा राष्ट्रगान रबीन्द्र नाथ टैगोर (गुरुदेव) ने लिखा है।
प्रश्न २.
खाली जगह में सही शब्द लिखो (लिखकर)
(क) हमारे झण्डे में सबसे ऊपर की पट्टी केसरिया रंग की है। बीच की पट्टी सफेद रंग की है और सबसे नीचे हरे रंग की पट्टी है।
(ख) हमारा राष्ट्रीय पक्षी मोर है।
हमारा राष्ट्रीय पशु बाघ है।
हमारा राष्ट्रीय पुष्प कमल है।
प्रश्न ३.
जानो और लिखो
(क) राष्ट्रध्वज कब-कब फहराते हैं?
उत्तर:
15 अगस्त, 26 जनवरी और 2 अक्टूबर को राष्ट्रध्वज फहराते हैं।
(ख) राष्ट्रगान कितने सेकेंड में गाते हैं?
उत्तर:
राष्ट्रगान बावन (52) सेकेंड में गाते हैं?
(ग) हमारा राजचिह्न कहाँ से लिया गया है?
उत्तर:
हमारा राजचिह्न अशोक स्तम्भ (सारनाथ) से लिया गया है।
प्रश्न ४.
(क) हमारे झण्डे में सफेद पट्री के बीचोबीच बने चक्र में 24 तीलियाँ हैं।
(ख) केसरिया रंग त्याग और बलिदान की निशानी है।
(ग) सफेद रंग शांति व स्वच्छता की निशानी है।
(घ) हरा रंग हरियाली व खुशहाली की निशानी है।
प्रश्न ५.
कॉपी पर राष्ट्रध्वज का चित्र बनाकर रंग भरो।
नोट – विद्यार्थी राष्ट्रध्वज का चित्र बनाकर स्वयं रंग भरें।
अपने-आप
सिद्धार्थ और पक्षी
सिद्धार्थ और पक्षी शब्दार्थ
जख्म = घाव
चचेरा = चाचा का बेटा
अधिकार = अपने अधीन रखना
सिद्धार्थ और पक्षी पाठ का सार (सारांश)
राजकुमार सिद्धार्थ बाग में टहल रहे थे। एक घायल पक्षी उनके पास आकर गिरा। सिद्धार्थ ने उसकी सेवा करके उसे बचाया। पक्षी को तीर मारने वाले देवदत्त ने सिद्धार्थ से पक्षी माँगा। सिद्धार्थ के मना करने पर झगड़ा बढ़ा। राजा ने फैसला किया कि जिसने पक्षी की जान बचाई, वही उसे रख सकता है।
सिद्धार्थ और पक्षी अभ्यास
प्रश्न १.
बताओ
(क) यदि तुम राजा होते, तो पक्षी किसे देते और क्यों?
उत्तर:
यदि हम राजा होते, तो पक्षी सिद्धार्थ को ही देते; क्योंकि उसी ने उसके प्राण बचाए थे।
प्रश्न २.
सही (✓) का चिह्न लगाओ (चिह्न लगाकर)
(क) हमें पशु-पक्षियों को मारना चाहिए।
(ख) हमें पशु-पक्षियों की सहायता नहीं करनी चाहिए।
(ग) हमें सभी जीवों के प्रति दयाभाव रखना चाहिए। (✓)
प्रश्न ३.
अपनी पसन्द का एक पक्षी बनाकर उसमें रंग भरो।
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न ४.
इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है? सोचो और बताओ।
उत्तर:
इस कहानी से हमें परोपकारी बनने और जीवों पर दया करने की सीख मिलती है।