UP Board Solutions for Class 12 English Poetry Short Stories Chapter 4 A Special Experience
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UP Board Solutions for Class 12 English Poetry Short Stories Chapter 4 A Special Experience
STORY at a Glance
Hoteles In this story Prem Chand describes the experiences of two families whose One day the husband of the narrator of the story served ‘sherbat’ and ‘pun’ to the freedom fighters. So he was sentenced for one year’s rigorous imprisonment. The narrator was not perturbed. She felt proud of her husband and wanted to touch his feet. She celebrated her husband’s going to jail by distributing sweets among the freedom fighters.
She was quite alone in her house. So she informed her father and father-in-law and requested them to help. But both refused. Her father-in-law was afraid lest his pension be stopped and her father was afraid lest his promotion and increment be stopped. Two policemen in white clothes watched her house every time. She was very much afraid yet she determined to preserve her femininity at all costs. Babu Gyan Chand, a school teacher, was the best friend of her husband. When he came to know about it, he came to her with his wife. They requested her to live with them. She agreed. There also she saw two policemen watching the house of Babu Gyan Chand. The narrator did not like that her hosts should be in trouble. But Gyan Chand’s wife was not troubled at all.
One evening when Gyan Babu returned from his college, he was very much perturbed. His principal had asked him to turn the lady out of his house. She was the wife of a freedom fighter. It was the order of the Commissioner. But Gyan babu did not yield before them. He resigned from his post. His resignation opened the eyes of the principal. He and the Commissioner both asked him many questions and were. satisfied that Gyan Babu had no connection with the movement of freedom.
कहानी पर एक दृष्टि
इस कहानी में प्रेमचन्द ने उन दो परिवारों के अनुभवों का वर्णन किया है जिनका अपने देश की स्वतन्त्रता के लिए योगदान प्रशंसनीय था। एक दिन कहानी का वर्णन करने वाली स्त्री के पति ने स्वतन्त्रता सेनानियों को शरबत’ और ‘पान’ भेट. किया। इसलिए उसे एक वर्ष के कंठोर कारावास का दण्ड दिया गया। वह तनिक भी विचलित नहीं हुई। उसने अपने पति पर बड़े गर्व का अनुभव किया और उसके पैर छूना चाहती थी। उसने अपने पति के जेल जाने के अवसर पर स्वतन्त्रता सेनानियों में मिठाइयाँ बाँटीं।।
वह अपने मकान में बिल्कुल अकेली थी। इसलिए उसने अपने पिता एवं ससुर को सूचित किया और उनसे सहायता की प्रार्थना की। किन्तु दोनों ने मना कर दिया। उसके ससुर को यह भय था कि कहीं उसकी पेंशन न रुक जाए और उसके पिता को यह भय था कि कहीं उसकी प्रोन्नति एवं वेतन-वृद्धि न रुक जाए। सादे कपड़े पहने हुए दो पुलिस के सिपाही उसके घर पर हर समय पहरा देते थे। उसे बहुत भय था फिर भी उसने प्रत्येक दशा में स्त्रीत्व की रक्षा करने का निश्चय किया।
बाबू ज्ञान चन्द, जो एक स्कूल अध्यापक थे, उसके पति के घनिष्ठ मित्र थे। जब उन्हें इस बात का पता चला तब वे अपनी पत्नी के साथ उसके घर पर आए। उन्होंने उसे अपने साथ रहने की सलाह दी। वह सहमत हो गई। वहाँ भी उसने बाबू ज्ञान चन्द के मकान पर दो सिपाहियों को पहरा देते हुए देखा। उस स्त्री को यह अच्छा न लगा कि उसके मेजबान परेशानी में पड़े। किन्तु ज्ञान चन्द की पत्नी इस बात से बिल्कुल भी परेशान नहीं थी। एक दिन शाम को ज्ञान बाबू अपने कॉलिज से बहुत परेशानी में लौटे। उनके प्रधानाचार्य ने उन्हें कहा कि वे उस स्त्री को अपने घर से निकाल दें। वह एक स्वतन्त्रता सेनानी की पत्नी है। यह कमिश्नर का आदेश था। किन्तु ज्ञान बाबू उनके सामने झुके नहीं। उन्होंने अपने पद से त्याग-पत्र दे दिया। उनके त्याग-पत्र ने प्रधानाचार्य की आँखें खोल दीं। उन्होंने तथा कमिश्नर ने उनसे अनेक प्रश्न पूछे और सन्तुष्ट हो गए कि ज्ञान बाबू का स्वतन्त्रता आन्दोलन से कोई सम्बन्ध नहीं है।
Understanding the Text
Short Answer Type Questions
Answer two of the following questions in not more than 30 words each :
Question 1.
Who was jailed and why ?
(कैद की सजा किसको हुई और क्यों ?)
Answer.
The husband of the narrator of this story was jailed. He had served sherbat and pan to the political agitators.
(इस कहानी का वर्णन करने वाली महिला के पति को कारावास को दण्ड मिला। उसने राजनीतिक आन्दोलनकारियों को शरबत और पान भेंट किया था।) ।
Question 2.
Who is the narrator of the story? |
(कहानी का वर्णन करने वाला कौन है ?)
Answer.
The narrator of the story is a woman whose husband was jailed.
(कहानी का वर्णन करने वाली एक महिला है जिसके पति को कारावास का दण्ड दिया गया।)
Question 3.
When do you think the incident took place ?
(a) before 1947,
(b) after 1947,
(c) in 1947,
(d) in 1857.
(आपके विचार से यह घटना कब हुई ?
(a) 1947 से पूर्व,
(b) 1947 के बाद,
(c) 1947 में,
(d) 1857 में।)
Answer.
The incident took place before 1947.
(यह घटना 1947 से पूर्व हुई।)
Question 4.
What were the political agitators fighting for ? [2018]
(राजनीतिक आन्दोलनकारी किस बात के लिए लड़ रहे थे ?)
Answer.
The political agitators were fighting for the freedom of India.
(राजनीतिक आन्दोलनकारी भारत की स्वतन्त्रता के लिए लड़ रहे थे।)
Question 5.
Why did the lady want to rush forward and touch the feet of her husband ?
(वह स्त्री आगे दौड़ना क्यों चाहती थी और अपने पति के पैर छूना क्यों चाहती थी ?)
Answer.
Her husband had served the political agitators. It was the great work of patriotism. So the lady was very proud of her husband. She wanted to rush forward and touch his feet.
(उसके पति ने राजनीतिक आन्दोलनकारियों की सेवा की थी। यह देशभक्ति का एक महान कार्य था। इस कारण उस स्त्री को अपने पति पर बहुत अभिमान था। वह आगे बढ़कर उसके चरण-स्पर्श करना चाहती थी।)
Question 6.
How did the wife celebrate her husband’s going to jail ?
(पत्नी ने अपने पति के जेल जाने के अवसर को कैसे मनाया ?)
Answer.
The wife celebrated her husband’s going to jail by distributing sweets among the freedom fighters. She also addressed a meeting organised by Congress and pledged to follow satyagraha.
(पत्नी ने अपने पति के जेल जाने के अवसर को स्वतन्त्रता सेनानियों में मिठाई बाँटकर मनाया। कांग्रेस के द्वारा संगठित एक जनसभा में उसने भाषण भी दिया और सत्याग्रह का अनुसरण करने का वायदा किया।)
Question 7.
How did the father and father-in-law of the narrator respond to her telegrams ? And why?
(कहानी का वर्णन करने वाली स्त्री के पिता एवं ससुर ने उसके तारों का क्या उत्तर दिया ? और क्यों ?)
Answer.
When the husband of the narrator was taken to jail, she was alone in the house. So she sent two telegrams, one to her father-in-law and another to her father. But both of them responded in an indifferent way. Her father-in-law was afraid lest his pension should be stopped and her father was afraid lest his promotion should be stopped.
(जब वर्णन करने वाली स्त्री का पति जेल ले जाया गया तब वह घर में अकेली रह गई। इसलिए उसने एक तार अपने ससुर को तथा दूसरा अपने पिता को भेजा। किन्तु दोनों ने निराशाजनक उत्तर दिया। उसके ससुर को भय था कि कहीं उसकी पेंशन बन्द न हो जाए और उसके पिता को यह भय था कि कहीं उनकी प्रोन्नति न रुक जाए।)
Question 8.
Why didn’t the father-in-law of the lady whose husband had been given a year’s hard labour for a petty offence of serving sherbat and pan to the political agitations, help her as depicted in Prem Chand’s story, A Special Experience’?
(प्रेमचन्द की कहानी A Special Experience’ में उस स्त्री की, जिसके पति को राजनीतिक . आन्दोलनकारियों को शरबत एवं पान प्रस्तुत करने के लिए एक वर्ष का सश्रम कारावास का दण्ड दिया गया था, उसके ससुर ने क्यों मदद नहीं की ?)
Answer.
The father-in-law did not help her because he had a small Government pension. He was afraid that if he helped her, his pension would be cut off.
(उसके ससुर को शासकीय सेवा निवृत्तिवेतन मिलता था। उनको डर था कि यदि उन्होंने उसकी मदद की तो उसकी निवृत्ति वेतन बन्द हो जाएगी। इसी कारण उसने उसकी मदद नहीं की।)
Question 9.
Who were the two persons watching her from the door ?
(a) Constables,
(b) Gyan Babu and his wife,
(c) Neighbours,
(d) The Principal and the Police Commissioner.
(वे दो व्यक्ति कौन थे जो दरवाजे से उस पर निगाह रख रहे थे ?
(अ) सिपाही,
(ब) ज्ञान बाबू और उनकी पत्नी,
(स) पड़ोसी,
(द) प्रधानाचार्य और पुलिस कमिश्नर।)
Answer.
The constables were watching her from the door.
(दरवाजे से दो सिपाही उस पर निगाह रख रहे थे।)
Question 10.
How did the wife react to her husband’s imprisonment ? [2009, 17, 18]
(पत्नी ने अपने पति के जेल जाने पर क्या प्रतिक्रिया व्यक्त की ?)
Answer.
On her husband’s imprisonment the wife was very bold and courageous. She was full of patriotism. She was so proud of her husband that she wanted to touch his feet. She distributed sweets among the freedom fighters. But she was a lady and was all alone in the house. So she determined to preserve her femininity at all costs.
(अपने पति के जेल जाने पर पत्नी बहुत बहादुर और साहसी थी। वह देशभक्ति से परिपूर्ण थी। उसे अपने पति पर इतना गर्व था कि वह उसके चरण-स्पर्श करना चाहती थी। उसने स्वतन्त्रता सेनानियों को मिठाइयाँ बाँटीं। किन्तु वह एक स्त्री थी और घर में बिल्कुल अकेली थी। इसलिए उसने अपने स्त्रीत्व की सुरक्षा करने का दृढ़ निश्चय कर लिया था।)
Question 11.
‘The lady was upset again after eight days.’ Why?
(‘वह स्त्री आठ दिन के बाद पुनः परेशान हो गयी।’ क्यों ?)
Answer.
The lady was living with the family of Gyan Chand. After eight days she saw two police constables in front of the house. So she was upset.
(वह स्त्री ज्ञान चन्द के परिवार के साथ रह रही थी। आठ दिन के बाद उसने घर के सामने दो पुलिस के सिपाहियों को देखा। उन्हें देखकर वह परेशान हो गयी।)
Question 12.
What perturbed Gyan Babu one evening ?
(कौन-सी बात ने ज्ञान बाबू को एक दिन शाम को परेशान कर दिया ?)
Answer.
One evening the principal told Gyan Babu that he should turn the lady out of his house. It was the order of Commissioner. So Gyan Babu had a quarrel with the principal and he was perturbed
(एक दिन शाम को प्रधानाचार्य ने ज्ञान बाबू को बताया कि वह उस स्त्री को अपने घर से निकाल दें। यह कमिश्नर की आज्ञा थी। इसलिए ज्ञान बाबू का प्रधानाचार्य से झगड़ा हुआ और वे इसी कारण परेशान थे।)
Question 13.
Why was the narrator restless the whole night ?
(कहानी का वर्णन करने वाली स्त्री पूरी रात क्यों बेचैन रही ?)
Answer.
The narrator’s father and father-in-law refused to help her when her husband was in jail. Her husband’s friend helped her by keeping her in his house. But now by the order of the Commissioner his service was to be lost. It was only due to her. So the narrator was very restless the whole night.
(कहानी का वर्णन करने वाली स्त्री के पिता तथा ससुर दोनों ने उस समय उसकी सहायता करने से मना कर दिया जब उसका पति जेल में था। उसके पति के मित्र ने उसे अपने मकान में रखकर उसकी सहायता की। किन्तु अब कमिश्नर की आज्ञा से उसकी नौकरी जाने वाली थी। ऐसा उसी स्त्री के कारण हो रहा था। इस कारण वह स्त्री पूरी रात बेचैन रही।)
Question 14.
What disturbed Gyan Babu once in the story “A Special Experience’? How did he face the situation ? (A Special Experience’
नामक कहानी में किस बात ने ज्ञान बाबू को एक बार परेशान किया ? उसने इस परिस्थिति का कैसे सामना किया ?)
Or
How had Gyan Babu to put in his resignation ? [2011 ]
(ज्ञान बाबू को अपना त्याग-पत्र क्यों देना पड़ा?)
Answer.
When the principal told Gyan Babu to turn out the wife of the jailed freedom fighter from his house, he got disturbed. He faced the situation succesfully by handing his resignation to the principal.
(जब प्रधानाचार्य ने ज्ञान बाबू से कहा कि वह स्वतन्त्रता सेनानी की पत्नी को घर से निकाल दें, तो वह परेशान हो गया। उसने अपना त्याग-पत्र प्रधानाचार्य को सौंप कर स्थिति का सफलतापूर्वक सामना किया।)
Question 15.
What did Gyan Babu’s wife tell him to do the next day?
(ज्ञान बाबू की पत्नी ने उसे अगले दिन क्या करने को कहा ?)
Or
Why did Gyan Babu’s wife tell him to put in his resignation ? [2012, 17]
(ज्ञान बाबू की पत्नी ने उन्हें त्याग-पत्र सौंपने के लिए क्यों कहा ?)
Answer.
Gyan Babu’s wife asked him to tell the principal that he was not going to turn that lady out of the house. If he did not agree, he should submit his resignation.
(ज्ञान बाबू की पत्नी ने उसे प्रधानाचार्य को यह कहने को कहा कि वह उस स्त्री को घर से नहीं निकालेगा और यह भी कहा कि यदि वे सहमत न हों तब वह त्याग-पत्र दे दें।)
Question 16.
How did the resignation of Gyan Babu affect the principal ?
(ज्ञान बाबू के त्याग-पत्र ने प्रधानाचार्य पर कैसा प्रभाव डाला ?) [2010, 17, 18]
Answer.
The resignation of Gyan Babu made the principal come to his senses. He discussed the matter with the Commissioner and decided not to punish Gyan Babu.
(ज्ञान बाबू के त्याग-पत्र ने प्रधानाचार्य को होश में ला दिया। उसने इस मामले में कमिश्नर के साथ बातचीत की और ज्ञान बाबू को दण्डित न करने का निर्णय लिया।)
Question 17.
Who was Gyan Babu ? Why did he tender his resignation ?
(ज्ञान बाबू कौन थे ? उन्होंने त्याग-पत्र क्यों दिया ?)
Answer.
Gyan Babu was a school teacher. He refused his principal to turn out the lady from his house whose husband was in jail. So he tendered his resignation.
(ज्ञान बाबू एक अध्यापक थे। उन्होंने प्रधानाचार्य को उस स्त्री को अपने घर से निकालने के लिए मना कर दिया जिसका पति जेल में था। अतः उन्होंने अपना त्याग-पत्र दे दिया।)
Question 18.
What kind of a lady is Gyan Babu’s wife ? Has she impressed you ? Give examples in support of your answer.
(ज्ञान बाबू की पत्नी किस प्रकार की स्त्री है ? क्या उसने आपको प्रभावित किया है। अपने उत्तर की पुष्टि में उदाहरण दो।)
Answer.
Gyan Babu’s wife is an extraordinary lady. She is fearless and full of patriotism and dignity. She is a helping lady. Due to these reasons she has really impressed me.
(ज्ञान बाबू की पत्नी एक विलक्षण स्त्री है। वह निडर, देशभक्त तथा स्वाभिमानी है। वह सहायता करने वाली स्त्री है। इन्हीं कारणों से उसने वास्तव में मुझे प्रभावित किया है।)
Question 19.
“She was flint outside and gold inside.” Who says this and about whom ? And what does it suggest [2011]
(‘वह बाहर से पत्थर के समान कठोर और अन्दर से सोने के समान मुलायम थी।’ यह बात कौन कहता है और किसके विषय में ? यह बात क्या संकेत देती है ?)
Answer.
The narrator of the story says this about the wife of Gyan Chand. It suggests that Mrs. Gyan Chand was hard in her appearance and words, but at heart she was very gentle and generous.
(इस कहानी का वर्णन करने वाली महिला ने यह टिप्पणी ज्ञान चन्द की पत्नी के विषय में की। यह इस बात का संकेत देती है कि श्रीमती ज्ञान चन्द देखने-भालने में तथा बोलचाल में कठोर थीं, किन्तु हृदय से वे बहुत उदार एवं सज्जन थीं।)
Question 20.
In what way did the narrator express her feelings at her husband’s going to jail ?
(कहानी का वर्णन करने वाली स्त्री ने अपने पति के जेल के अवसर पर किस प्रकार अपनी भावनाओं को प्रकट किया ?)
Answer.
At her husband’s going to jail, the narrator felt proud. She was not the least perturbed or discouraged. She expressed her feelings by distributing sweets among the freedom fighters. She addressed a meeting also organised by Congress and pledged to follow satyagraha.
(अपने पति के जेल जाने पर उस स्त्री ने गर्व का अनुभव किया। वह बिल्कुल भी परेशान या हतोत्साहित नहीं हुई। उसने अपनी भावनाओं को स्वतन्त्रता सेनानियों में मिठाई बाँटकर प्रकट किया। उसने कांग्रेस द्वारा संगठित एक सभा को भी सम्बोधित किया और सत्याग्रह पर चलने का वायदा किया।)
Question 21.
Why did Gyan Babu’s wife tell him to put in his resignation ?
(ज्ञान बाबू की पत्नी ने उनसे त्याग-पत्र देने को क्यों कहा ?)
Answer.
The principal had asked Gyan Babu to turn the lady out of her house. But Gyan Babu’s wife did not like to turn her out of the house at any cost. So she told Gyan Babu to put in his resignation.
(प्रधानाचार्य ने ज्ञान बाबू से उसे स्त्री को घर से निकालने को कहा था। किन्तु ज्ञान बाबू की पत्नी उसे घर से किसी भी दशा में नहीं निकालना चाहती थी। अत: उन्होंने ज्ञान बाबू को कहा कि वे अपना त्याग-पत्र दे दें।)
Question 22.
Who made greater sacrifice-Gyan Babu or the narrator’s husband ?
(अधिक बलिदान किसने किया—ज्ञान बाबू ने या कहानी का वर्णन करने वाली स्त्री के पति ने ?)
Answer.
In my opinion the sacrifice of Gyan Babu is greater. He was not a political man. Yet he was ready to sacrifice his service; i.e. means of livelihood of his family, for the sake of his friendship.
(मेरे विचार से ज्ञान बाबू का बलिदान अधिक महान् है। वे एक राजनीतिक व्यक्ति नहीं थे। फिर भी वे अपनी नौकरी अर्थात् पूरे परिवार की आजीविका के साधन को मित्रता के वास्ते बलिदान करने को तैयार थे।) ।
Question 23.
How does the narrator regard Gyan Babu’s wife? Do you think she is justified in her feelings?
(कहानी का वर्णन करने वाली स्त्री ज्ञान बाबू की पत्नी का सम्मान कैसे करती है ? आपके विचार से क्या उसकी भावनाएँ न्यायोचित हैं ?)
Answer.
The narrator regarded Gyan Babu’s wife as a goddess. She is justified in her feelings. Mrs. Gyan Babu helped her while her own father and father-in-law refused to help her. She was so broad-minded and self-sacrificing that she herself asked Gyan Babu to resign if his principal was adamant to get the narrator turned out of his house.
(कहानी का वर्णन करने वाली स्त्री ज्ञान बाबू की पत्नी को देवी मानती है। वह अपनी भावनाओं में न्यायोचित है। श्रीमती ज्ञान बाबू ने उसकी उस समय सहायता की जबकि उसके पिता और ससुर ने भी उसकी सहायता करने के लिए मना कर दिया। वह इतनी विशाल हृदय वाली और त्याग करने वाली स्त्री थी कि उसने स्वयं ज्ञान बाबू से त्याग-पत्र देने को कहा यदि उनके प्रधानाचार्य इस बात पर डटे रहें कि वे उस स्त्री को घर से निकाल दें।)
Question 24.
Gyan Babu’s wife says, “There’s only one answer, isn’t there?” Write in your own words what this answer is ?
(ज्ञान बाबू की पत्नी कहती है, “इसका केवल एक ही उत्तर है, क्या नहीं है?” अपने शब्दों में लिखिए कि वह उत्तर क्या है ?)
Answer.
The answer is that Gyan Babu should tell his principal that he is not going to let that lady go from his house and if he does not like that idea, he can have his resignation.
(उत्तर यह है कि ज्ञान बाबू को अपने प्रधानाचार्य से कह देना चाहिए कि वह उस स्त्री को अपने घर से निकोलने नहीं जा रहे हैं और यदि उसे यह विचार पसन्द नहीं है, तो वह उसको त्याग-पत्र ले सकते हैं।)
Question 25.
“If there ever was a goddess, she is one.” Who said this & why in the story ‘A Special Experience’? [2009]
(“अगर कहीं देवी है, तो वह है।” A Special Experience’ कहानी में यह किसने कहा और क्यों ?)
Answer.
The lady whose husband was jailed said these words about Gyan Babu’s wife. She gave the lady such affection and such respect whereas she was spurned by her father and father-in-law.
(उस स्त्री ने जिसका पति जेल में है, ने ज्ञान बाबू की पत्नी के बारे में यह शब्द कहे थे। उसने उस स्त्री को ऐसा प्यार तथा ऐसा सम्मान दिया था जिसे उसके पिता एवं ससुर द्वारा ठुकरा दिया गया था।)
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