UP Board Solutions for Class 10 English Poetry Chapter 3 The Village Song (Sarojini Naidu).
These Solutions are part of UP Board Solutions for Class 10 English. Here we have given UP Board Solutions for Class 10 English Poetry Chapter 3 The Village Song (Sarojini Naidu) .
Comprehension Questions
In the examination paper ,there are asked only two questions from each paragraph .Given below are some more questions for extra practice
Read the following stanzas and answer the questions put there upon:
(1) Honey,child…………………to wed you.
Question .
1. From which poem has the above stanza been taken? Who has composed this poem?
(किस कविता से उपर्युक्त छन्द अवतरित किया गया है? इस कविता की रचना किसने की है?)
2. Which ceremony is about to begin in the above stanza?
(उपर्युक्त छन्द में कौन सा धार्मिक अनुष्ठान प्रारम्भ होने वाला है?)
3. For what the girl’s mother draws her attention?
(उसकी माँ किस बात की ओर लड़की का ध्यान आकृष्ट करती है?)
Answer:
1. The above stanza has been taken from the poem “The Village Song’. The composer of this poem is Sarojini Naidu.
(उपर्युक्त छन्द ‘ग्राम गीत’ से अवतरित किया गया है। इसकी रचयिता सरोजिनी नायडू हैं।)
2. The wedding ceremony of the daughter is about to begin in the above stanza.
(उपर्युक्त छन्द में पुत्री का विवाह संस्कार/अनुष्ठान होने वाला है।)
3. Girl’s mother draws her attention to the fact that the bridegroom whom she
loves, is coming on horseback to get wedded with her..
(लड़की की माँ उसका ध्यान इस तथ्य की ओर आकृष्ट करती है कि वह, जिसे कि वह प्रेम करती है, घोड़े पर बैठकर उससे विवाह करने के लिये आ रहा है।)
(2) Mother mine…………0 listen!
Question .
1. What did the daughter tell her mother?
(पुत्री ने अपनी माँ से क्या कहा?)
2. Why does the girl want to go to the forest?
(लड़की वेन जाना क्यों चाहती है?)
3. Who has tiny islands?
(छोटे-छोटे टापू किसमें है?).
Answer:
1. The girl told her mother that she was going to the wild forest.
(पुत्री अपनी माँ से कहती है कि वह घने वन को जा रही है।)
2. The girl wants to go to the forest because there the champ a buds are blowing on the branches. The cuckoo resounds the isle with its cooing. The fairy folks are calling her.
(पुत्री वन में जाना चाहती है क्योंकि वहाँ चम्पा की कलियाँ शाखाओं पर झोंके खा रही हैं। कोयल अपनी कूक से टापू को गुंजायमान कर देती है। परियाँ उसे पुकार रही हैं।)
3. The river has tiny islands.
( (छोटे टापू नदी में स्थित हैं।)
3. Honey, child…………are you going.
Question .
1. What does the mother remind of the girl?
(माँ पुत्री को क्या पुनस्र्मरण कराती है?)
2. Where are the bridal robes?
(वधू के (विवाह) वस्त्र कहाँ हैं?
Answer:
1. The mother reminds the girl of the bridal songs, cradle songs and sandal-scented leisure.
(माँ विवाह के अवसर पर गाये जाने वाले गीतों व पालने में शिशुओं को सुलाने हेतु गाई जाने वाली लोरियों तथा वैवाहिक सुगन्धित शय्या पर विश्राम का पुनस्र्मरण कराती है।)
2. The silver and saffron glowing bridal robes are in the loom.
(विवाह को रजत व केसरिया चमक-दमक वाला जोड़ा घे पर है।)
4. The bridal-song………… are calling
Question .
1. Why does the girl seem un impressed?
(पुत्री क्यों अप्रभावित प्रतीत होती है?)
2. Why is the girl leaving home?
(पुत्री गृह त्याग क्यों कर रही है?)
Answer:
1. The girl seems unimpressed because she flatly says that the bridal songs and cradle songs seem to end in sorrow. The laughter of the present day full of sun, will end in the strong wind of death soon after. Thus, she proves that there is no real happiness in worldly life.
(पुत्री अप्रभावित प्रतीत होती है क्योंकि वह यह स्पष्ट कर देती है कि विवाह के उत्सव पर गाये जाने वाले (मंगल) गीत व शिशु को पालने में झुलाते समय गाई जाने वाली लोरियाँ दु:ख के स्वर में समाप्त होती हैं। आज के धूप भरे दिन का हास्य शीघ्र पश्चात् मृत्यु के तूफान में समाप्त हो जायेगा। इस प्रकार वह यह सत्य सिद्ध कर देती है कि सांसारिक जीवन में कोई यथार्थ सुख नहीं है।)
2. The girl is leaving home because the forest notes, where forest steams fall and flow, are far sweeter than the bridal songs and cradle songs. Moreover, the fairies are calling her.
(पुत्री घर छोड़ रही है क्योंकि वन की संगीत लहरी, जहाँ वन झरने प्रवाहित हो रहे हैं, विवाह के उत्सव पर गाये जाने वाले (मंगल) गीतों व शिशु को पालने में झुलाते समय गाई जाने वाली लोरियों से अधिक मधुर हैं। इसके अतिरिक्त, परियाँ उसे पुकार रही हैं।)
APPRECIATION OF THE POEM
Question 1.
What does the poetess want to tell us?
(कवियत्री हमसे क्या कहना चाहती है?)
Answer:
The poetess wants to tell us that the worldly material pleasures are fake ones. The cycle of life that runs in pleasure some day or the other, ends in the lasting sorrows. The joy of bridal songs, cradle’s songs, lullabiers to make child steep and sandal-scented leisure have underlying sorrow. A time comes when the material pleasures prove hollow and are overpowered by the ultimate sorrows. As such, while living in the world, we should not be materialistic. Nature is our mother.
(कवयित्री हमसे यह कहना चाहती है कि सांसारिक भौतिक आनन्द ढोंग है। जीवन का चक्र जो आनन्द में चलता है, एक न एक दिन, स्थायी दु:खों में समाप्त हो जाता है। वधू-विषयक गीत अर्थात् वे गीत जो विवाह के उत्सव पर गाये जाते हैं। पालने (शिशु को सुलाने हेतु गाई जाने वाली लोरियों) तथा वैवाहिक सुगन्धित शय्या पर विश्राम में दुःख अन्तर्निहित रहता है। एक समय आता है जब भौतिक आनन्द खोखले सिद्ध होते हैं। तथा स्थायी दुःखों के द्वारा अधीन कर लिये जाते हैं। अतएव संसार में रहते हुए भी हमें भौतिकवादी नहीं होना चाहिए। प्रकृति हमारी माँ है।) माँ विवाह के अवसर पर गाये जाने वाले गीतों व पालने में शिशुओं को सुलाने हेतु गाई जाने वालीलोरियों तथा वैवाहिक सुगन्धित शय्या पर विश्राम का पुनस्र्मरण कराती है।)
CENTRAL IDEA OF THE POEM.
The theme of the poem is a comparison between the world of Human beings that abounds in material pleasures and the world of Nature that is contrary to it. The Mother represents the material world. She recounts some of the features of this human’s material world like jewellery, marriage bridal songs, cradle songs sandal-scented leisure. It implies marriage, births of children and honeymoon. The Daughter represents the world of Nature. The blossoming of champa, the islands in the river resounding with cuckoo’s cooing, gurgling of streams attract her. She knows that laughter and all the songs will end in sorrows. (कविता का मुख्य विषय मानव संसार जो भौतिक आनन्दों से पूर्ण है तथा प्रकृति का संसार, जो इसके विपरीत है, के मध्य अन्तर है। माँ भौतिक संसार का प्रतिनिधित्व करती है। वह मानव के भौतिक संसार की कतिपय विशेषताओं, जैसे आभूषण, विवाह, विवाह के समय गाये जाने वाले गीतों, शिशु को सुलाने के लिए गाई गई लोरियों, मधुरमिलन के क्षणों को गिनाती है। इसका तात्पर्य विवाह, शिशुओं के जन्म व मधुरमिलन के क्षणों से है। पुत्री प्रकृति के संसार का प्रतिनिधित्व करती है। चम्पा का पुष्पित होना, नदी में स्थित कोयल की कूक से गॅजना। टापू-झरनों का कल-कल स्वर उसे आकृष्ट करते हैं। उसे यह विदित है कि हास्य व समस्त गीत दु:ख में समाप्त होते हैं।)