UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 18 रेवती का संगीत –
प्रेमी पौधा
रेवती का संगीत-प्रेमी पौधा शब्दार्थ
वायलिन = एक विशेष प्रकार का वाद्य (बाजा)
पुष्प प्रदर्शनी = फूलों की प्रदर्शनी
कीटनाशक = कीड़ों का नाश करनेवाला
तियोगिता = मुकाबला, किसी कार्य में औरों से आगे बढ़ने का प्रयत्न
तारीफ = प्रशंसा
यकीन = विश्वास
साबित = सिद्ध
संगीत-प्रेमी = संगीत से प्रेम करने वाला
रेवती का संगीत – प्रेमी पौधा पाठ का सारांश
रेवती के गमले में एक मुरझाया पौधा था। प्रकाश पाने के लिए रेवती ने उसे बरामदे में रख दिया। जब रेवती अपना प्रिय राग ‘मोहनम’ धीमी लय में बजा रही थी, तो उसका ध्यान पौधे पर गया। पौधा वायलिन की तरफ झुक आया था। रेवती को आश्चर्य हुआ। रेवती ने तेज धुन बजाई। यह पौधे को पसन्द नहीं आई और वह नहीं झुका। रेवती समझ गई कि पौधा नाराज हो गया है।
अब रेवती रोज पौधे को ‘मोहनम’ राग सुनाती थी। पौधा हृष्ट-पुष्ट हो रहा था। उस पर मौसम से पहले ही कलियाँ आ गई थीं, जो शीघ्र ही फूल बननेवाली थी। रेवती खुश इसलिए थी कि दो-तीन दिनों में प्रतियोगिता होनेवाली थी।
प्रतियोगिता के दिन वह सवेरे उठी। उसे पौधा घर में नहीं मिला। रेवती उदास हो गई। इसकी रिपोर्ट थाने में नहीं हो सकती थी। प्रदर्शनी के मैदान में रंग-बिरंगे फूलोंवाले गमले रखे थे। तभी रेवती की नजर उस पौधे पर पड़ी, जिसपर किसी और की पर्ची लगी थी। रेवती ने संयोजक को यह बात बताई। उसने बताया कि मेरा पौधा संगीत सुनकर झूमने लगता है। किसी ने यकीन नहीं किया।
रेवती भागी-भागी वायलिन उठा लाई। उसने धीरे-धीरे ‘मोहनम’ राग बजाया। लोगों के देखते-देखते पौधा रेवती की ओर झुक गया। सभी लोग हक्के-बक्के रह गए। पौधा-चोर महिला ने गलती मान ली। रेवती के पौधे को सर्वश्रेष्ठ ठहराया गया। रेवती पुरस्कार और पौधा लेकर खुशी से घर आ गई।
रेवती का संगीत – प्रेमी पौधा अभ्यास प्रश्न
शब्दों का खेल
प्रश्न १.
(क) संज्ञा शब्दों को विशेषण शब्दों में बदलो (बदलकर )
(ख) विशेषण शब्दों को संज्ञा शब्दों में बदलो (बदलकर)
उत्तर:
(क) संज्ञा शब्द – विशेषण शब्द
सरलता – सरल
नकल – नकलची/नकली
ल्पना – काल्पनिक
रोग – रोगी
प्रसन्नता – प्रसन्न
सुख – सुखी
(ख) विशेषण शब्द – संज्ञा शब्द
अनुकरणीय – अनुकरण
स्वतन्त्र – स्वतन्त्रता
भला – भलाई
सफेद – सफेदी
कठोर – कठोरता
प्रश्न २.
नीचे लिखे मुहावरों का अपने वाक्यों में प्रयोग करो (प्रयोग करके)
हक्का – बक्का रह जाना = घबरा जाना
शेर को अचानक रास्ते में खड़ा देखकर मैं हक्का-बक्का रह गया।
दाँत खट्टे करना = लज्जित होना
पांडवों ने कौरवों के दाँत खट्टे कर दिए।
पानी-पानी होना = हरा देना
सबके बीच में अपनी बुराई सुनकर वह पानी-पानी हो गया।
घी के दीये जलाना = बहुत खुश होना
राम-सीता और लक्ष्मण के अयोध्या आने पर लोगों ने घी के दीये जलाए।
चेहरे का रंग उड़ना = घबरा जाना
सिपाही को देखकर चोर के चेहरे का रंग उड़ गया।
प्रश्न ३.
नीचे दिए गए शब्दों में कुछ उपसर्गों के योग से बने हैं और कुछ प्रत्ययों के योग से बने हैं
उत्तर:
उपसर्ग युक्त शब्द
भरपेट, दुर्गम, कमजोर, हरघड़ी,
गैरसरकारी, प्रतिदिन, अपमान,
निर्मल, हरसाल, सपूत, बदनाम, कपूत
प्रत्यय युक्त शब्द
मिलावट, लड़ाई, गैरसरकारी
मोरनी, चाँदनी, मधुरता,
गाड़ीवान, दवाखाना
प्रश्न ४.
पढ़ो और समझो
अब तुम करो
नीचे दिए गए अव्यय शब्दों का प्रयोग करते हुए एक-एक वाक्य बनाओ (वाक्य बनाकर )
और – राम और श्याम दोनों अच्छे दोस्त हैं।
अब – अब पछताकर क्या फायदा; समय तो गुजर गया।
वहाँ – वहाँ मत जाओ।
किंतु – बोलो, किंतु सोच-समझकर।
तथा – सुख तथा दुख जीवन के ही अंग है।
इसलिए – इस दुनिया से कोई कुछ नहीं ले जाता; इसलिए पैसों के पीछे जान मत दो।
बोधप्रश्न
प्रश्न १.
उत्तर दो
(क) रेवती ने दीवार के पास रखे मुरझाए पौधे को बरामदे में क्यों रखा?
उत्तर:
रेवती ने मुरझाए पौधे को हवा, पानी और रोशनी प्राप्त करने के लिए बरामदे में रखा।
(ख) पौधों की देखभाल वह कैसे करती थी?
उत्तर:
पौधों की देखभाल वह बहुत यत्न से करती थी।
(ग) रेवती अचंभे में क्यों पड़ी?
उत्तर:
रेवती का वायलिन सुनकर पौधा उसकी तरफ झुक गया, जिसे देखकर वह अचंभे में पड़ी।
(घ) पौधा चोरी हो जाने का रेवती पर क्या असर पड़ा और उसे कहाँ-कहाँ खोजा?
उत्तर:
पौधा चोरी होने से रेवती निराश हो गई। उसने पौधे को हर एक जगह खोजा।
(ङ) पुष्प प्रदर्शनी में रेवती ने कैसे सिद्ध कर दिया कि पौधा उसी का है?
उत्तर:
पुष्प प्रदर्शनी में रेवती ने सिद्ध कर दिया कि पौधा उसी का है। उसने धीमी गति में ‘मोहनम’ राग बजाया, जिसे सुनकर पौधा वायलिन की तरफ झुक गया। लोगों ने अचंभे से तालियाँ बजाईं।
प्रश्न २.
सोचो और बताओ
(क) पौधों को विकास के लिए क्या-क्या जरूरी होता है?
उत्तर:
विकास के लिए पौधों को प्रकाश, पानी और हवा की जरूरत होती है।
(ख) वायलिन की मधुर धुन सुनकर पौधा क्यों झूम उठता था?
उत्तर:
पौधा वायलिन सुनना पसन्द करता था; क्योंकि वह अत्यन्त संवेदनशील था।
(ग) रेवती की बात सुनकर लोग क्यों हँस पड़े थे?
उत्तर:
रेवती की बात सुनकर लोग इसलिए हँस पड़े थे; क्योंकि उसने कहा कि मेरा पौधा वायलिन की ध्वनि सुनकर मेरी ओर झुक जाता है।
प्रश्न ३.
सही कथनों पर सही (✓) का निशान लगाओ (निशान लगाकर )
(क) रेवती दिन भर बैठे-बैठे पौधों को संगीत सुनाती थी। (✓)
(ख) बीमार पौधे की पत्तियों एवं डालियों को वह तोड़कर फेंक देती थी। (✗)
(ग), गमलों को बरामदे में इसलिए रख दिया, ताकि उसे प्रकाश मिल सके। (✓)
(घ) रेवती का रोना देखकर लोग मान गए कि पौधा उसी का है। (✗)
(ङ) प्रदर्शनी स्थल पर गमलों में पते की पर्चियाँ लगी थीं। (✓)
प्रश्न ४.
नीचे दी गई पंक्तियों को कहानी के क्रम में लिखो (क्रम में लिखकर)
- रेवती संगीत की छात्रा थी।
- रेवती प्रतिदिन पौधे की देखभाल करती थी।
- प्रदर्शनी में वह अपना प्यारा पौधा ले जाना चाहती थी।
- प्रदर्शनी के एक दिन पहले उसका पौधा चोरी चला गया।
- चोरी हुए पौधे को रेवती ने पहचान लिया।
- रेवती ने संयोजक को बताया मेरा पौधा संगीत सुनकर झूमता है।
- वह भागी-भागी गई और घर से वायलिन उठा लाई।
- वायलिन की मधुर-ध्वनि पर पौधा धीरे-धीरे झूमने लगा।
- पौधा चुरानेवाली महिला ने अपनी गलती स्वीकार की।
- सर्वश्रेष्ठ पौधे का पुरस्कार रेवती को मिला।
तुम्हारी कलम से
प्रश्न
‘पौधों में भी जीवन है’- इस विषय पर पाँच पंक्तियाँ लिखो।
उत्तर:
ये पौधे हरे-भरे होते हैं। ये खाद और पानी से विकसित होते हैं। ये छोटे से बड़े हो जाते हैं। ये निश्चित अवधि के बाद सूख जाते हैं। ये प्रतिक्रिया करते हैं।
अब करने की बारी
(क) कहानी का सारांश अपने शब्दों में लिखो।
नोट – विद्यार्थी पाठ का सारांश पढ़ें।
(ख) एक गमले में लगे पौधे का चित्र बनाओ।
नोट – विद्यार्थी स्वयं चित्र बनाएँ।
इसे भी जानो – विद्यार्थी स्वयं पढ़ें।